टीम के इस प्रदर्शन पर सचिन का कहना है कि यह फॉर्मेट ही ऐसा है और सभी टीमें ऐसे समय से गुजरती हैं। उन्होंने कहा, ‘हमे सबसे पहले समझना होगा कि इस फॉर्मेट में कोई ऐसी टीम नहीं है जो ऐसा अनुभव नहीं कर चुकी है। मैच के महत्वपूर्ण पल आपके फेवर में नहीं जाते हैं तो आप कभी 2 या 3 रन या अंतिम गेंद पर हार जाते हैं। ईमानदारी से कहूं तो मौके हमारे पक्ष में नहीं गए हैं। मैं एक और चीज साफ करना चाहता हूं कि खिलाड़ी इस प्रदर्शन के बाद भी प्रैक्टिस में मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।’
पिछले सीजन टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंची थी, लेकिन उससे पहले दो बार खिताब जीता था। उससे पहले 2017, 2015 और 2013 में भी टीम ने विजेता की ट्रॉफी उठाई थी। इस सीजन टीम का प्लेऑफ में पहुंचना मुश्किल दिख रहा है।