पंजाब ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करते हुए शुरू से कसी गेंदबाजी की। रबाडा ने अच्छी फॉर्म में चल रहे केएल राहुल (छह) को विकेटकीपर जितेश शर्मा के हाथों कैच कराकर पंजाब को बड़ी सफलता दिलायी। लेकिन डिकॉक ने दक्षिण अफ्रीका के अपने इस साथी पर हावी होने की रणनीति अपनायी और उनके अगले ओवर में लगातार दो छक्के लगाये जिससे लखनऊ पावरप्ले में 39 रन बनाने में सफल रहा।
हुड्डा ने ऋषि धवन और लियाम लिविंगस्टोन पर छक्के लगाकर शीर्ष क्रम में भेजने के टीम प्रबंधन के फैसले को सही साबित करने की कोशिश की जबकि डिकॉक ने इस बीच कुछ करारे चौके लगाये। वह हालांकि अर्धशतक पूरा नहीं कर पाये। संदीप की शार्ट पिच गेंद पर विकेट के पीछे कैच की अपील जब अंपायर ने ठुकरा दी तो डिकॉक ने खेल भावना दिखाते हुए स्वयं ही क्रीज छोड़ दी।
इसके बाद अचानक ही विकेटों का पतझड़ लग गया। हुड्डा को जॉनी बेयरस्टॉ ने सीधे थ्रो पर रन आउट किया जबकि क्रुणाल पंड्या (सात) और आयुष बडोनी (चार) ने आते ही गेंद हवा में लहराकर पवेलियन की राह पकड़ी। मार्कस स्टोइनिस (एक) ने भी चहर को वापस कैच थमा दिया। स्कोर एक विकेट पर 98 रन से जल्द ही छह विकेट पर 111 रन हो गया। निचले क्रम के बल्लेबाजों जैसन होल्डर (11, एक छक्का), दुशमंत चमीरा (17 रन, दो छक्के) और मोहसिन खान (नाबाद 13, एक चौका, एक छक्का) ने आखिरी क्षणों में उपयोगी रन बटोरे जिससे लखनऊ 150 रन के पार पहुंच पाया। चमीरा ने अपने दोनों छक्के रबाडा पर लगाये।