पोंटिंग ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैं उनके (पंत) मैदान पर लिए गए हर फैसले का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। मैंने भी टी-20 में कप्तानी की है और मैं जानता हूं कि विशेषकर अत्यधिक दबाव की स्थिति में आपके पास सोचने के लिये बहुत अधिक समय नहीं होता है। बाहर बैठकर फैसले करना आसान होता है, लेकिन जब आप मैदान पर होते हैं तो यह आसान काम नहीं होता।’
पोंटिंग ने कहा, ‘एक कप्तान बहुत कम समय में निर्णय लेता है और वह जो भी फैसला करता है उसे लगता है कि मैच की तत्कालीन परिस्थितियों में टीम के लिए सबसे अच्छा है। वह फैसले करते समय सीमा रेखा की दूरी और क्रीज पर मौजूद बल्लेबाजों जैसी चीजों को ध्यान में रखता है।’
पोंटिंग ने हालांकि स्वीकार किया कि चेन्नई के खिलाफ करारी हार में उनकी टीम ने खेल के सभी विभागों में खराब प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘हमारी गेंदबाजी अच्छी नहीं थी। हमारी बल्लेबाजी भी बहुत खराब थी। इस मैच में हमारे लिये बहुत अधिक सकारात्मक पहलू नहीं रहे। केवल खलील अहमद का प्रदर्शन सकारात्मक पहलू रहा। उसने फिर से शानदार गेंदबाजी की। हमने 91 रन से यह मैच गंवाया, जिससे हमारे नेट रन रेट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसका मतलब है कि हमें अपने आगामी मैचों में बहुत अच्छा प्रदर्शन करना होगा।’
कहा, ‘हम तीन जीत से प्लेऑफ में जगह बना सकते हैं। इसके लिए आठ जीत पर्याप्त हो सकती हैं और एक बड़ी जीत हमारे नेट रन रेट में सुधार कर सकती है। कौन जानता है हम फाइनल में भी पहुंच जाएं।’’