लखनऊ सुपर जायंट्स (Lucknow Super Giants) और राजस्थान रॉयल्स (Rajathan Royals) के पास प्लेऑफ में जगह बनाने का सबसे आसान मौका है। हालांकि इन दोनों टीमों को आपस में भी भिड़ना है। 15 मई को होने वाले उस मुकाबले में अगर लखनऊ को जीत मिली है तो टीम क्वालिफाई करने के साथ ही टॉप-2 में रहेगी। वहीं राजस्थान को टॉप-2 में रहने के लिए दोनों मैच जीतने होंगे। अगर उसे लखनऊ और चेन्नई से दोनों से बाहर मिली है तो कहानी रनरेट पर आएगी। टीम का रनरेट अभी +0.228 है।
बैंगलोर के पास सिर्फ एक मैच
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के पास अब सिर्फ एक मैच है। टीम के 13 मैच में 14 पॉइंट हैं और उसे टेबल में टॉप पर चल रही गुजरात टाइटंस से खेलना है। उस मैच में बैंगलोर को हार मिली तो उनके लिए परेशानी बढ़ेगी क्योंकि टीम का रनरेट भी -0.323 है। अगर उसे जीत मिलती है तो प्लेऑफ में पहुंचने के चांस काफी ज्यादा हो जाएंगे।
दिल्ली, हैदराबाद, पंजाब के रास्ते खुले
पंजाब की जीत ने दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) और सनराइजर्स हैदराबाद की परेशानी भी बढ़ा दी है। दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में से कोई दो टीम ही 16 पॉइंट तक पहुंच पाएगी। पंजाब के दो मुकाबले दिल्ली और हैदराबाद से ही है। अगर उसे दोनों में जीत मिली है तो दिल्ली और हैदराबाद की राह मुश्किल हो जाएगी। वहीं हैदराबाद को अभी तीन मैच खेलने हैं पंजाब के अलावा केकेआर और मुंबई से। मुंबई इंडियंस लय में लौट चुकी है और हैदराबाद को उससे वानखेड़े स्टेडियम पर खेलना है। हैदराबाद तीनों मैच जीतती है तो ही प्लेऑफ के लिए दावेदारी पेश कर पाएगी।
कोलकाता लगभग बाहर
कोलकाता नाइट राइडर्स अपने दोनों मैचों में जीत भी हासिल करती है तो वह 14 पॉइंट तक ही पहुंच पाएगी। टीम का रन रेट भी माइस में है। 14 टीमों के पहले से ही 14 या उससे ज्यादा पॉइंट हैं। दिल्ली और पंजाब में से कोई एक भी 14 तक पहुंच जाएगी। उन दोनों का रनरेट भी पॉजिटिव में है। ऐसे में केकेआर के लिए सफर लगभग समाप्त हो चुका है। अगर केकेआर को हैदराबाद और लखनऊ से खेलना है। टीम अगर हैदराबाद को हरा देती है तो उसका सफर भी समाप्त कर देगी।