200 मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अमलान बोरगोहेन टीम में जगह नहीं बना पाए क्योंकि वह एएफआई द्वारा तय कॉमनवेल्थ गेम्स का क्वालीफाइंग स्तर हासिल नहीं कर पाए। चुने गए कुछ खिलाड़ियों को हालांकि बर्मिंघम खेलों से पहले अपनी फॉर्म और फिटनेस हासिल करनी होगी। चक्का फेंक की अनुभवी खिलाड़ी सीमा पूनिया को उनके पिछले प्रदर्शन को देखते हुए पांचवीं बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने का मौका दिया गया है। उन्हें अमेरिका में प्रतियोगिता के दौरान एएफआई द्वारा तय क्वालीफाइंग स्तर हासिल करना होगा।
पूनिया ने अब तक चारों बार कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीते हैं। पूनिया ने 10 से 14 जून तक राष्ट्रीय अंतर राज्यीय सीनियर चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लिया था जो कॉमनवेल्थ गेम्स में चयन के लिए क्वालीफाइंग प्रतियोगिता थी। बर्मिंघम खेलों के लिए पुरुष जेवलिन थ्रो स्पर्धा में तीन भारतीय हिस्सा लेंगे। इस स्पर्धा में चोपड़ा के साथ डीपी मनु और रोहित यादव भारत की ओर से चुनौती पेश करेंगे। खेलों का आयोजन 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होगा।
टीम इस प्रकार है:
पुरुष: अविनाश साब्ले (3000 मीटर स्टीपलचेज), नितेंदर रावत (मैराथन), एम श्रीशंकर और मोहम्मद अनीस याहिया (लंबी कूद), अब्दुल्ला अबुबाकर, प्रवीण चित्रावेल और एल्दोसे पॉल (त्रिकूद), तेजिंदरपाल सिंह तूर (गोला फेंक); नीरज चोपड़ा, डीपी मनु और रोहित यादव (जेवलिन थ्रो), संदीप कुमार और अमित खत्री (पैदल चाल); अमोज जैकब, नोह निर्मल टॉम, अरोकिया राजीव, मोहम्मद अजमल, नागनाथन पांडी और राजेश रमेश (4×400 मीटर रिले)।
महिला: एस धनलक्ष्मी (100 मीटर और 4×100 मीटर रिले), ज्योति याराजी (100 मीटर बाधा दौड़), ऐश्वर्या बी (लंबी कूद और त्रिकूद) और एंसी सोजन (लंबी कूद), मनप्रीत कौर (गोला फेंक), नवजीत कौर ढिल्लों और सीमा अंतिल पूनिया (चक्का फेंक), अन्नु रानी और शिल्पा रानी (जेवलिन थ्रो), मंजू बाला सिंह और सरिता रोमित सिंह (तार गोला फेंक), भावना जाट और प्रियंका गोस्वामी (पैदल चाल), हिमा दास, दुती चंद, श्रावणी नंदा, एमवी जिलाना और एनएस सिमी (4×100 मीटर रिले)।