सरफराज ने ढीली गेंदों को सबक सिखाया जिससे मध्य प्रदेश के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव को क्षेत्ररक्षकों को फैलाना पड़ा। सरफराज अब परिपक्व हो चुके हैं और 2019-20 (तब 928 रन) सत्र से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। करियर के शुरुआती समय की अनुशासनात्मक समस्याओं से भी वह उबर चुके हैं जिसके कारण उन्हें एक सत्र के लिए मुंबई को छोड़कर जाना पड़ा था। आसमान में छाए बादलों के बीच गेंद मूव कर रही थी लेकिन बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर सरफराज एक छोर पर डटे रहे।
मध्य प्रदेश के कप्तान के बाउंड्री रोकने के लिए क्षेत्ररक्षकों को फैलाने के बावजूद सरफराज ने तेज गेंदबाज अनुभवी अग्रवाल पर डीप एक्स्ट्रा कवर और डीप प्वाइंट के बीच से चौका जड़ा। उन्होंने टी20 शैली में विकेटकीपर के सिर के ऊपर से स्कूप करके चार रन बटोरे। सरफराज ने 97 रन के स्कोर पर गेंदबाज के सिर के ऊपर से चौका जड़कर शतक पूरा किया जबकि लांग आन और लांग आफ पर क्षेत्ररक्षक खड़े थे।
भारतीय टेस्ट टीम के मध्यक्रम में अभी जगह नहीं है लेकिन जिस तरह सरफराज बल्लेबाजी कर रहे हैं अगर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के शब्दों में कहें तो वह टीम में चयन के लिए दरवाजा नहीं खटखटा रहे बल्कि जोरदार धमाका कर रहे हैं। सरफराज ने चार छोटी लेकिन प्रभावी साझेदारियां की। उन्होंने सातवें विकेट के लिए तनुष कोटियान (15) के साथ 40, धवल कुलकर्णी (01) के साथ आठवें विकेट के लिए 26, तुषार देशपांडे (06) के साथ नौवें विकेट के लिए 39 और मोहित अवस्थी (07) के साथ अंतिम विकेट के लिए 21 रन जोड़े।